नवी मुंबई। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नवी मुंबई ने इस बार एक अनोखा सांस्कृतिक उत्सव देखा। महाराष्ट्र राज्य पंजाबी साहित्य अकादमी और 11 सदस्यीय सिख समन्वय समिति के सहयोग से वाशी स्थित सिडको प्रदर्शनी एवं कन्वेंशन सेंटर में पहली बार भव्य “तीजा दा मेला” आयोजित किया गया। इस ऐतिहासिक आयोजन में मुंबई, नवी मुंबई, एमएमआर, पुणे, नासिक और खोपोली से आईं 15 हजार से अधिक महिलाओं ने पारंपरिक पंजाबी रंग में भागीदारी की।
रंग-बिरंगी परंपरा और लोकनृत्य
मंच और परिसर दोनों ही पंजाब की संस्कृति के जीवंत रंगों से सराबोर रहे। महिलाओं ने पारंपरिक रंग-बिरंगे परिधानों में सज-धज कर गिद्दा और लोकगीत प्रस्तुत किए। पारंपरिक झूलों का आनंद लेते हुए उन्होंने तीजा पर्व की आत्मा को जीवंत किया।
सुनंदा शर्मा का लाइव कार्यक्रम
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही लोकप्रिय पंजाबी लोक गायिका एवं फिल्म अभिनेत्री सुनंदा शर्मा, जिन्होंने अपने ऊर्जावान गिद्दा और भांगड़ा प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी जीवंत गायकी और मंच पर जोश से भरे प्रदर्शन ने उपस्थित हजारों दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
स्वादिष्ट जलपान और मेल-मिलाप
सांस्कृतिक माहौल के बीच आए लोगों ने पारंपरिक व्यंजनों और जलपान का आनंद भी उठाया। इस अवसर पर पंजाब की लोक संस्कृति और आधुनिकता का अनूठा संगम देखने को मिला।
“एकता और विरासत का प्रतीक” – बल मलकीत सिंह
अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष बल मलकीत सिंह ने कहा कि “तीजा दा मेला केवल सांस्कृतिक आयोजन नहीं है बल्कि यह हमारी एकता, गौरव और विरासत की अभिव्यक्ति है। महाराष्ट्र में विविधता की सुंदरता को उजागर करना और सांस्कृतिक बंधनों को मजबूत बनाना ही इसका उद्देश्य है।”
सम्मान और शुभकामनाएं
समिति के सदस्य जसपाल सिंह सिद्धू और महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य चरणदीप सिंह ने उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर अल्पसंख्यक विकास विभाग के सचिव रुखेश जयवय को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री माणिकराव कोकाटे और राज्य मंत्री श्रीमती माधुरी मिसाल ने वीडियो संदेश भेजकर सभी को शुभकामनाएं दीं।
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